#गुरुण_पुराण_में_बताई_गई_सच्चाई
कृपया ध्यान पुर्वक पढ़ें।👇👇
मुत्यु के उपरांत हिन्दु धर्म में गरूण पुराण का पाठ सुनाने का प्रचलन है। लेकिन ये व्यर्थ है क्योंकि मुत्यु उपरांत मनुष्य अपने कर्म के अनुसार जहां जाना होता है वहां चला जाता है और जो भोगना होता है वह भोगता है।
नोट-पाप कर्म से बचने के लिये तो बचपन से ही उसे गरुण पुराण का पाठ पढ़ाना चाहिए जिससे वह पाप कर्म से बचता और मनुष्य जीवन का उद्देश्य समझ पाता चौरासी लाख योनियो के भंयकर यातनाओं से बच जाता।






संत रामपाल जी महाराज जी ने शास्त्र अनुकूल भक्ति बताई है जिससे हमारी मुक्ति हो सकती है....

गरुड़ पुराण के अंदर साफ-साफ लिखा गया है कि श्राद्ध व्रत और तीर्थ जाने से क्या फायदा है और क्या नहीं आप इसे पढ़ सकते हैं और सच्चाई जान सकते हैं लेकिन अगर स्वीकार नहीं किया और मृत्यु हो गई तो उसके बाद कोई फायदा नहीं है समझदार को इशारा ही काफी है....

इसलिए ज्ञानी बने और संत रामपाल जी महाराज जी के सत्संग 7 .30 से रोज शाम साधना tv में सुने सच्चाई अपने आप सामने आ जाएगी।
🙇🙇सतगुदेव की जय हो
सत साहेब जी🙏🙏







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