विश्व को चेलेंज है बस एक सवाल का जवाब दे दो ??

 

 




 


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प्रश्न जो लोग कबीर को केवल एक संत कवि या सतगुरू मानते है परमेश्वर नहीं मानते ? उनसे एक सवाल??*

जैसे राम ने जल में जीवित ही जल समाधी ली थी..
जैसे कृष्ण जी के पैर में तीर लगा उनकी मुत्यु हुई। पांडवो ने उनका अंतिम संस्कार किया था।

....✍️ मैं जानना चाहता हुँ कबीर जी की मुत्यु कैसे हुई.. किसने उनको मारा ? या उन्होने खुद ही शरीर छोड़ा ??

पहले चार दाग माने जाते थे
1. जलाना
2. गाढ़ना
3.पानी मे बहाना
4. पहाड़ों से नीचे स्थानों पर फेकना..

तो ये बताओ कबीर जी कौन से दाग मे आये??
उनके शरीर को गाढ़ा था या जलाया था या पानी मे राम की तरह जल समाधी ली थी या पहाडों से फेंक कर पशुओं ने उनके शरीर को खाकर दुवायें दी थी.. ??????
कृप्या बताये???

 

 

 

 



   {गवाह Witness}   ✴️✴️         
1.मलूकदास कहते है-
चार दाग से सतगुरू न्यारे,अजरो अमर शरीर।
दास मलूक सलूक कहत है,खोजो खसम कबीर ।।

मलूकदास जी ने कहा कि उनका अजर अमर शरीर है वो चार दाग मे ही नही आते.. उनको ढुँढो वो सबके खसम मतलब मालिक है ।

 

 

 

 



2.घीसादास जी कहते है
पानी से पैदा नही, स्वांसा नही शरीर।
अन्न अहार करता नही, ताका नाम कबीर।।

घीसादास ने कहा है कि उनका शरीर माता- पिता के वीर्य रूपी पानी से नही बना है ना ही स्वांसो वाला शरीर है वह कबीर अन्न आहार भी नहीं करता ।

 

 

 

 

 

 



3. नानक जी लिखते है. गुरूग्रंथ राग सरी महला पहला पेज न० 721पर...
हक्का कबीर करीम तू बेएब परवदिगार

नानक जी कह रहे है अविनाशी कबीर तू दयालू है तेरे अंदर कोई ऐब नहीं है विकार रहित परमात्मा है  मतलब काम क्रोध मोह लोभ अंहकार से रहित है ।

 


 

 

 

 

 



4. गरीबदासजी कहते है ....
अनंत कोट ब्रह्मांड मे बंदिछोड कहाये,
सो तो एक कबीर है जो जननी जने ना माये।।

गरीबदास जी कह रहे है अनंत करोड़ ब्रह्मांड मे वह एकमात्र कबीर है जो बंदिछोड़ है मतलब काल की बंद(कैद) से छुड़ाने वाला है.. वो एक कबीर है जिसने कभी मां  के गर्भ से जन्म नहीं लिया ।









5. दादू जी कहते है.....
दादू नाम कबीर का, सुनकर कांपे काल।
जो नर भरोसे चले, उनका होवे ना बांका बाल।।

दादू जी कह रहे है.. कबीर का नाम सुनकर काल भी कांपता है तो भला फिर उनकी मुत्यु हो ही नही सकती ।

6.धर्मदास जी कहते है....

 

 

 

 

 

 

 

 


काशी तज गुरू मगहर आये, दोनो दीन के पीर।
कोई गाढे़ कोई अग्नि जरावे, ढुंढा ना पाया शरीर।।

धर्मदास जी कर रहे है - हिन्दु और मुसलमानो के पीर गुरू कबीर जी काशी छोड़कर मगहर आये फिर कबीर जी ने कहा मैं अब इस संसार को छोड़ अपने घर अमरलोक जाऊंगा. तब वहां हिंदु जलाने और मुसलमान गाढ़ने की तैयारी करने लगे.. तो कबीर परमेश्वर का शरीर नहीं मिला ।

इसके अतिरिक्त वेद गीता कुरान शरीफ ,बाइबल,गुरुग्रन्थ साहिब, मे भी कबीर जी को परमेश्वर कहा है..

अधिक जानकारी के लिए विजिट करे हमारी वेबसाइट:-
www.jagatgururampalji.org

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